Wednesday, May 4, 2016

संसदीय समिति ने मोदी सरकार को दिखाया आइना

सलीम अख्तर सिद्दीकी
पठान कोट हमले की जांच करने वाली संसदीय समिति ने सुरक्षा एजेंसियों पर उंगली उठाई है, तो सही ही उठाई है। जरा याद कीजिए, 2104 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और उसके नेता नरेंद्र मोदी कितनी बड़ी-बड़ी बातें किया करते थे? ऐसा लगता था कि जैसे भाजपा के सत्ता में आते ही भारतीय सेना पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के अड्डे तबाह कर देगी। विपक्ष में रहते हुए भाजपा यह मांग भी करती रही है कि भारत को पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के ट्रेनिंग कैंप तबाह कर देने चाहिए थे। लेकिन विडंबना तो यह है कि भाजपा ने सत्ता में आते ही पाकिस्तान के साथ प्रेम की पींगें बढ़ानी शुरू कर दीं। नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण में बुलाया। नरेंद्र मोदी अचानक नवाज शरीफ के साथ चाय पीने पाकिस्तान पहुंच गए।
चाय पीने का नतीजा यह निकला कि चंद दिन बाद ही पठानकोट पर हमला हो गया। हमले जांच करने वाली संसदीय समिति की रिपोर्ट कहती है कि पठानकोट एयरबेस की सुरक्षा में खामियां ही खामियां हैं। सबसे ज्यादा हास्यास्पद बात तो यह कि उसी पाकिस्तान की जांच कमेटी को हमले की जांच करने के लिए पठानकोट बुलाया लिया, जिसकी एजेंसियों पर हमले का समर्थन करने का आरोप है। क्या  पाकिस्तान के आतंकवादी तो हमेशा की भारत को निशाना बनाने की फिराक में रहते हैं। सवाल तो यह है कि जब भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को तीन दिन पहले यह इनपुट मिल गया था कि आतंकवादी पठान कोट में घुस चुके हैं, तो एयरबेस की सुरक्षा चाक-चौबंद क्यों नहीं गई? क्यों उसे आतंकवादियों के लिए खुला छोड़ दिया गया था? पठानकोट में आतंकवादियों के निशाने पर क्या हो सकता था? एयरबेस ही न? आतंकवादी पठानकोट में पिज्जा बर्गर खाने के लिए तो नहीं आए होंगे? पाकिस्तान को कठघरे में खड़ा करने से पहले भारत की सुरक्षा एजेंसियों को अपने गिरबां में भी झांकर देखना चािहए कि वह कितनी सुस्त हैं? दूसरी बात यह कि जो एसपी सलविंदर सिंह सबसे बड़ा संदिग्ध है, उसे क्लीन चिट क्यों दे दी गई? क्या इसलिए कि पंजाब में चल रहे उस ड्रग सिंडिकेट की परतें न खुल सकें, जिसमें कुछ ऐसे लोगों के नाम सामने आ सकते थे, जिससे अकाली-भाजपा सरकार की फजीहत हो जाती? जब तक हम अपना घर सुरक्षित नहीं करेंगे, घर के भेदियों को बेनकाब नहीं करेंगे, तब तक आतंकवाद पर काबू नहीं पाया जा सकता।

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