Monday, April 18, 2016

सूखा, सेल्फी और मेकअप

सलीम अख्तर सिद्दीकी
इसे बेशर्मी की पराकाष्ठा कहें, या अमानवीयता? सूखे की मार झेल रहा महाराष्ट्र का लातूर नेताओं के लिए पिकनिक स्पॉट बन गया है। चंद दिन पहले ही मराठवाड़ा इलाके में दौरे के लिए पहुंचे बीजेपी के मिनिस्टर के हेलिकॉप्टर के लिए बने अस्थाई हेलिपैड पर 10 हजार लीटर पानी इस्तेमाल किया गया था। महाराष्ट्र सरकार की उस मामले में अभी किरकिरी हो ही रही थी कि अब महाराष्ट्र की ग्रामीण विकास और जल संरक्षण मंत्री पंकजा मुंडे ने सूखाग्रस्त लातूर का दौरा करते वक्त सेल्फी लेकर अपने अमानवीय होने का सबूत दिया है। सेल्फी में पंकजा मुंडे मुस्कुराते हुए दिख रही हैं। उनसे सवाल किया जा सकता है कि सूखाग्रस्त क्षेत्र को देखकर उनके चेहरे पर मुस्कुराहट के क्या मायने हैं? यही न कि उन्हें मानवीय सरोकारों से कुछ लेना-देना नहीं है। खबरें बताती हैं कि मुंडे मनचाही सेल्फी लेने की बार-बार कोशिश करती रहीं। जब मनचाही सेल्फी खिंच गई तो उनके चेहरे पर वह मुस्कुराहट तैर गई, जो सेल्फी में साफ नुमायां हो रही है। बेशर्मी की हद यहीं नहीं खत्म होती। उन्होंने दौरे के वक्त गर्मी की शिकायत करते हुए कहा कि गर्मी की वजह से उनका मेकअप खराब हो रहा है। लातूर महाराष्ट्र का वह इलाका है, जहां पर पीने का पानी भी रेल के जरिए भेजा जा रहा है। अगर पंकजा मुंडे में जरा भी संवेदना होती तो वह अपनी सेल्फी खींचने के बजाय उन लोगों के बीच जातीं, जो बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। उन्हें दिलासा देतीं। हालात देखकर पानी वितरण का और ज्यादा अच्छा करने की कोशिश करतीं। लेकिन ऐसा लगता है कि पंकजा मुंडे समेत सभी सरकारें इस बात से मुतमुइन होकर बैठ गर्इं हैं कि मौसम विभाग ने इस मॉनसून में अच्छी बारिश की भविष्यवाणी कर दी है, इसलिए वे अब सेल्फी लेकर सूखा से प्रभावित लोगों के जख्मों पर नमक छिड़कने के काम में लग गई हैं। जरा कल्पना कीजिए। अगर मौसम विभाग की भविष्यवाणी खरी नहीं उतरी तो क्या होगा? अभी जिस तेजी के साथ तापमान बढ़ने के साथ सूखे से लगातार हालात खराब होते जा रहे हैं, उससे निपटने में सरकारें क्या कर रही हैं। सरकारों का संवेदनहीन होना नया नहीं है। लेकिन जब कोई मंत्री सुखा प्रभावित क्षेत्र में जाकर मुस्कुराते हुए सेल्फी ले और गर्मी की वजह से अपना मेकअप खराब होने की बात करे, तो इसका मतलब यह है कि नेताओं में इंसानियत नाम की चीज खत्म हो चुकी है।

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