Saturday, April 10, 2010

मीडिया की शर्मनाक हरकत

सलीम अख्तर सिद्दीकी
मीडिया अपनी टीआरपी की हवस में किसी भी हद तक जा सकता है। खासतौर से इलैक्ट्रॉनिक मीडिया ने तो जैसे सारी नैतिकता ही खत्म कर दी है। सानिया ने एक पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी करने का फैसला क्या लिया पूरा मीडिया सानिया और शोएब मलिक की निजी जिन्दगी में दखलअंदाजी कर बैठा।
उस पर आएशा सिद्दीकी नाम का एक कोण जुड़ जाने से मामले को और ज्यादा मसालेदार बनाने का मौका भी हाथ आ गया। ऐसा लगा जैसे मीडिया के पास सानिया-शोएब-आएशा के अलावा कोई मुद्दा नहीं रहा। सानिया जैसी सेलेब्रेटी हो या आम आदमी, उसकी जिन्दगी में कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जो बहुत निजी होती है। शादी भी ऐसा ही निजी मामला है। लेकिन मीडिया शादी जैसे निजी मामले को भी टीआरपी बटोरने का हथियार मानकर बेतुकी बातों पर ध्यान दे रहा है। हद तो जब हो गयी, जब इलैक्ट्रॉनिक मीडिया ने ऐसी क्लिपिंग दिखायी, जिसमें शोएब और सानिया एक कमरे में बातें कर रहे थे। मीडिया की यह हरकत क्या शर्मनाक नहीं कही जाएगी ? लोगों के कमरों में में झांकने का हक मीडिया को कैसे है ? जैसे इतना ही काफी नहीं था।
अब ऐसा लगता है कि मीडिया ने सानिया-शोएब की शादी को भी 'बेचने' का पूरा-पूरा इन्तजाम कर लिया है। सानिया अपनी शादी के दिन कौनसा लहंगा पहनेगी ? उसकी कीमत क्या होगी ? उसे कौन फैशन डिजाइनर डिजाइन कर रहा है ? शादी में कौन-कौन मेहमान रहेगा ? शादी का वैन्यू और मेन्यू क्या होगा ? कौन खानसामा खाना तैयार करेगा ? सानिया और शोएब अपना हनीमून कहां मनाने जाएंगे ? इन सब सवालों पर मीडिया अब 15 अप्रैल तक माथापच्ची करेगा। सवाल यह है कि मीडिया को ऐसा क्यों करना चाहिए ? क्या एक सेलेब्रेटी को अपनी शादी को अपनी मर्जी से करने का हक नहीं है ? एक सेलेब्रेटी को अपनी शादी का तमाशा क्यों बनने देना चाहिए ? मीडिया में भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो सेलेब्रेटी हैं, क्या वे चाहेंगे कि उनकी अपनी या उनकी सन्तान की शादी को भी टीआरपी बटोरने का हथियार बना दिया जाए ? सानिया मिर्जा हो या कोई और सेलेब्रेटी, बात उसके प्रोफेशन की होनी चाहिए, शादी जैसे निजि मामले की नहीं।
मीडिया ने तो खैर इस बात पर हायतौबा नहीं मचायी कि सानिया एक पाकिस्तानी से शादी क्यों कर रही है, लेकिन कुछ लोगों को सानिया का एक पाकिस्तानी से शादी करना बिल्कुल रास नहीं आ रहा है। इस पर कुतर्क दिया जा रहा है कि क्योंकि पाकिस्तान हमारा 'दुश्मन' देश है, इसलिए सानिया को शोएब मलिक से शादी नहीं करनी चाहिए। समझ नहीं आता कि पाकिस्तान 'दुश्मन' देश किस तरह है ? क्या भारत और पाकिस्तान के एक दूसरे के देश में दूतावास नहीं हैं ? क्या दोनों के बीच व्यापारिक सम्बन्ध नहीं हैं ? क्या दोनों देशों के लोग एक दूसरे मुल्क में नहीं जाते ? यदि पाकिस्तान दुश्मन देश होता तो क्या पाकिस्तान के कलाकार भारत आकर टेलीविजन पर अपने प्रोग्राम दे सकते थे ? क्या शोएब मलिक भारत आकर शादी करने की सोच सकते थे ? क्या सानिया मिर्जा दुल्हन बनकर पाकिस्तान जा सकती थीं ? जो लोग पाकिस्तान को दुश्मन देश कह रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि दुश्मन देश वह होता है, जिससे किसी भी प्रकार के सम्बन्ध नहीं होते। पाकिस्तान को अघोषित रुप से दुश्मन देश तो समझा जा सकता है, लेकिन घोषित रुप से पाकिस्तान हमारा दुश्मन नहीं है।
कुछ लोग पाकिस्तान में सानिया की भावी जिन्दगी को लेकर शंका जाहिर कर रहे हैं। उदाहरण दिया जा रहा है रीना रॉय का। सवाल यह है कि क्या दुनिया में सभी शादियां सफल ही होती हैं ? मत भूलिए कि हमारे देश की बहुत सारी लड़कियों की शादी ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका में भी होती है। जन्मपत्री से कुंडली मिलाकर रिश्ता तय होता है। शुभ मुहूर्त में लग्न होता है। क्या ब्रिटेन और अमेरिका से खबरें नहीं आती कि किस तरह भारत से शादी होकर जाने वाली लड़कियों की जिन्दगी को नरक बना दिया जाता है। पश्चिमी देशों में तो परदा पर्था भी नहीं है। सभी तथाकथित प्रगतिशील और खुले विचारों के लोग है। फिर उन देशों में हमारे देश की लड़कियां क्यों खुश नहीं रह पाती हैं ? याद रखिए बहुत ज्यादा खुलापन और प्रगतिषीलता भी अच्छी नहीं होती है। पष्चिमी देषों में यदि भारत की लड़कियों को नौकरानी बनाकर रखने की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनती है तो इसका कारण यह है कि भारत की लड़कियां पष्चिमी देषों के खुलेपन को अपना नहीं पातीं।

2 comments:

  1. निजी जिंदगी में दखलंदाजी बंद होनी चाहिए।

    ReplyDelete
  2. सहमत हूँ आपसे और नरेश सोनी और आपसे १००/%

    ReplyDelete