tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post8768655329311400869..comments2023-10-28T06:00:21.405-07:00Comments on हक बात: बीस रुपये का कमालसलीम अख्तर सिद्दीकीhttp://www.blogger.com/profile/16353232432428018949noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-71242657128821036682012-09-26T21:51:50.361-07:002012-09-26T21:51:50.361-07:00यह लधुकथा जहां एक ओर प्रेस लिखे वाहनों के दुरुपयोग...यह लधुकथा जहां एक ओर प्रेस लिखे वाहनों के दुरुपयोग का सटीक चित्रण करती है वहीं दूसरी ओर पुलिस की लापरवाही को भी दर्शाती है । ऐसे लोगों के कारण ही कई बार पत्रकारों को भी चैकिंग से गुजरना पड़ता है । ऐसे लोगों के कारण ही अब प्रत्येंक प्रेस लिखे वाहन को संदेह ही नजर से देखा जाने लगा है -रोहित कौशिकrohithttps://www.blogger.com/profile/11729134659062279311noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-19630932380029165062012-09-25T19:31:51.750-07:002012-09-25T19:31:51.750-07:00इस देश में बीस,पचास,सौ रूपये देकर इससे बड़ा कमाल भ...इस देश में बीस,पचास,सौ रूपये देकर इससे बड़ा कमाल भी किया जा सकता है|<br />ट्रक में कुछ भी भरकर ले जाईये, साइड में बैठे क्लीनर के हाथ में पचास के नोटों की एक गड्डी दे दीजिये ताकि वह हर चौराहे पर जैसे ही कोई पुलिस वाला रुकने का इशारा करे उसके पास ट्रक धीमा होते ही एक पचास का नोट दे दे फिर कोई नहीं रोकेगा ट्रक को|<br />भले ही उसमे कुछ भी भरा हो!! आरडीएक्स भी क्यों ना हो !! Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.com