tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post8079035724976717371..comments2023-10-28T06:00:21.405-07:00Comments on हक बात: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुखौटा उतर चुका हैसलीम अख्तर सिद्दीकीhttp://www.blogger.com/profile/16353232432428018949noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-41202057719798047862013-11-15T22:36:08.535-08:002013-11-15T22:36:08.535-08:00भड़ास पर मेहरुद्दीन खान साहब का लेख http://bhadas4...भड़ास पर मेहरुद्दीन खान साहब का लेख http://bhadas4media.com/article-comment/15777-2013-11-14-06-45-17.html पर मेरा कहना य हे उमीद हे कि कुर्बान अली साहब भी सुनेगे <br />सिकंदर हयात 26 Hours Ago <br />(0) Vote<br />REPORT<br /><br />इन सब वजहों से हम देखते ही हे कि इतने पुराने और नए मुस्लिम लेखक पत्रकार और बुद्धिजीवी भी हे लेकिन अधिकतर कोई मुसलमानो के बीच मौज़ूद कठ्मुल्लशाही और कटरपंथ ताकतो के खिलाफ आम तोर पर चू भी नहीं करते हे और बड़े उत्साह के साथ संघ और गोलवलकर के ही चारो तरफ चक्कर लगाते रहते हे इसी कारण आम मुस्लिम कही न कही इस ग़लतफ़हमी का शिकार हे कि साम्प्रदायिकता के लिए केवल हिन्दू कटटरपंथ ही दोषी हे खेर मेहर साहब तब अपने भी शायद य गलती कर दी होगी कि शायद मज़हब के खिलाफ लिख दिया होगा याद रहे कि मज़हब के खिलाफ नहीं बल्कि मज़हब कि आड़ लेकर अपने हित साध रहे लोगो के खिलाफ लिखना हे किसी कि भी मज़हबी भवनाव को ठेस पहुचाने से बचना चाहिए में भी पिछले कई सालो से मुस्लिम साम्प्रदायिक और कटरपंतियो तत्वो के खिलाफ लिख रहा हु मुझे भी कुछ कटटरपंती य कहते थे कि में मज़हब के खिलाफ लिखता हु मेने उन्हें चुनौती दी कि मेरी लाखो में से कोई सिर्फ 1 सिर्फ 1 लाइन ही दिखा दे जो मेने इस्लाम तो क्या किसी भी मज़हब के खिलाफ लिखी हो बहुत तलाशने पर भी जाहिर हे उन्हें कुछ नहीं मिला न कभी मिलेगा क्यों कि में धर्म के खिलाफ नहीं बल्कि धर्म कि आड़ में अपनी रोटिया सेक रहे लोगो के खिलाफ लिखता हु आगे भी लिखेगे और इंशाल्लाह केवल लिखेंगे ही नहीं जमींन पर भी काम कि कोशिश करेंगे<br /> सिकंदर हयातnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-30798558935994945032013-10-14T00:51:34.585-07:002013-10-14T00:51:34.585-07:00सराहनीय प्रस्तुति .हार्दिक आभार सराहनीय प्रस्तुति .हार्दिक आभार shikha kaushikhttp://bhartiynari.blogspot.comnoreply@blogger.com