tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post5110161622707790104..comments2023-10-28T06:00:21.405-07:00Comments on हक बात: अलिखित कानूनसलीम अख्तर सिद्दीकीhttp://www.blogger.com/profile/16353232432428018949noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-22662893128404497652012-08-28T22:36:17.647-07:002012-08-28T22:36:17.647-07:00अलिखित कानूनों की तो बात ही छोड़ दीजिए ,पुलिस लिखित...अलिखित कानूनों की तो बात ही छोड़ दीजिए ,पुलिस लिखित कानूनों का कितना पालन करा पाता है तथा स्वयं कितना पालन करती है ,यह किसी से छिपा नहीं है । आपने इस लधुकथा के माध्यम से न केवल पुलिस को मनोविज्ञान को पकड ा है बल्कि एक ऐसी कुरीति पर प्रहार भी किया है जिसे हम कुरीति मानते ही नहीं हैं - रोहित कौशिकrohithttps://www.blogger.com/profile/11729134659062279311noreply@blogger.com