tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post4852888934681973456..comments2023-10-28T06:00:21.405-07:00Comments on हक बात: क्या करे मुस्लिम वोटर ?सलीम अख्तर सिद्दीकीhttp://www.blogger.com/profile/16353232432428018949noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-16889720667201879092009-03-31T20:03:00.000-07:002009-03-31T20:03:00.000-07:00मैंने बहुत कम लिखने वाले पाये है जो इतना विचारोत्त...मैंने बहुत कम लिखने वाले पाये है जो इतना विचारोत्तेजक लेखन कर रहे है सलीम भाई आप क्वाटिटीं का नही क्वालिटी का ध्यान रखते है। मैं इसको अब तक का सबसे बढ़िया लेख कहूंगाshafi.ahmadhttps://www.blogger.com/profile/00474087315523763121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-84223735174405542572009-03-26T06:00:00.000-07:002009-03-26T06:00:00.000-07:00Loktantra ki is apadhapi men ek sarthak mudda...sa...Loktantra ki is apadhapi men ek sarthak mudda...sabhi ko is par sochne ki jarurat hai !!<BR/>_________________________________<BR/>गणेश शंकर ‘विद्यार्थी‘ की पुण्य तिथि पर मेरा आलेख ''शब्द सृजन की ओर'' पर पढें - गणेश शंकर ‘विद्यार्थी’ का अद्भुत ‘प्रताप’ , और अपनी राय से अवगत कराएँ !!KK Yadavhttps://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-59049566476116333332009-03-24T06:33:00.000-07:002009-03-24T06:33:00.000-07:00इधर कुछ ऐसे मुस्लिम संगठन, जो किसी न किसी राजनैतिक...इधर कुछ ऐसे मुस्लिम संगठन, जो किसी न किसी राजनैतिक दल से जुड़े हैं, जगह-जगह मुस्लिम कन्वेंशन करके मुसलमानों को गुमराह कर हैं। ये मुस्लिम संगठन पूरे पांच साल तक गुम रहते हैं। अब वक्त आ गया है कि मुसलमान अपने वोटों का बिखराव न करके संसद में ऐसे प्रत्याशियों को चुनकर भेजें, जो वास्तव में दिल और दिमाग से धर्मनिरपेक्ष हों और संसद में मुसलमानों के हक की लड़ाई लड़ सकें। केवल भाजपा को हराने के लिए वोट करने का सिलसिला अब बंद होना चाहिए....<BR/><BR/>सिद्दकी जी,<BR/><BR/> मैं आप से सहमत हूँ किसी को भी हराने के लिए वोट डालना गलत है आपने बहुत उम्दा लेख लिखा है ...!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-67658318780106477442009-03-19T06:36:00.000-07:002009-03-19T06:36:00.000-07:00मैंने बहुत कम लिखने वाले पाये है जो इतना विचारोत्त...मैंने बहुत कम लिखने वाले पाये है जो इतना विचारोत्तेजक लेखन कर रहे है सलीम भाई आप क्वाटिटीं का नही क्वालिटी का ध्यान रखते है। मैं इसको अब तक का सबसे बढ़िया लेख कहूंगा। और सच बात तो ये है कि आपका लेखन सिर्फ एक लेख भर नही बल्कि जिम्मेदारीयों का निर्वाह भी है। इसे कहते है ओवर की लास्ट बाॅल पर सिक्सइरशाद अलीhttps://www.blogger.com/profile/15303810725164499298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-27360511494481866962009-03-19T00:04:00.000-07:002009-03-19T00:04:00.000-07:00जब भी आपका लेख पढता हूँ ऐसा लगता ही नहीं की हमारे ...जब भी आपका लेख पढता हूँ ऐसा लगता ही नहीं की हमारे समाज में ऐसे लोगों की कमी है जो जागरूकता नहीं ला सकते यकीन करें सलीम भाई मुसलमानों के जो हालत अपने बयां किये वही सरे हिंदुस्तान के मुस्लिम आज महसूस करते हैं लेकिन कोई रहनुमा न होने की वजह से कोई भी आगे आने की कोशिश नहीं करता और जिसको कॉम वालों ने भरोसा करके आगे किया वो इतनी आगे निकल जाता है की किसी न किसी राजनीतिक दल की गोद में बैठ कर आराम की ज़िन्दगी का मज़ा लेता है ऐसे बहोत से लोग हैं ..............,<BR/> लेकिन सच ये भी है की अब वक़्त आ गया है जब मुसलमानों को ये सोच लेना चाहिए की वो भी देश की राजनीती अपनी दावेदारी दमदारी से पेश करें क्योंकि अगर हमें आगे बढ़ना है तो परिस्थितियां अपने अनुकूल बनानी होगी जैसे दलितों ने किया और देश की इस दूसरी सबसे बड़ी आबादी को ये भी सोचना होगा की जब तक हम वक़्त के साथ कंधे से कन्धा मिला कर नहीं चलेंगे तब तक हम हिंदुस्तान को तरक्की की राह में आगे नहीं बड़ा सकते............,<BR/><BR/>आपका हमवतन भाई .......गुफरान.......अवध पीपुल्स फोरम फैजाबाद,(www.awadhvasi.blogspot.com)गुफरान सिद्दीकीhttps://www.blogger.com/profile/00680052955710032455noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-58372869736400245742009-03-18T23:40:00.000-07:002009-03-18T23:40:00.000-07:00सिद्दकी साहब !मुद्दा तो आपने बहुत ही बढ़िया उठाया ...सिद्दकी साहब !<BR/><BR/>मुद्दा तो आपने बहुत ही बढ़िया उठाया है, मगर एक बात कहूँ, आपको सुनने में शायद अच्छा नहीं लगेगा,मगर यह एक कड़वा सच है कि भारतीय राजनीति में मुस्लिम वोटरों की धूरी पर आज जो कुछ भी हो रहा है उसमे, आप मानो या ना मानो, सारा का सारा दोष मुसलमानों का ही है ! <BR/><BR/>अब आपने मेरी बात को परखना है तो आपसे निवेदन करूँगा कि आप सभी मुस्लिम बुद्द्धिजिवियो को अगर इकठ्ठा कर सकते हो तो तुंरत ऐसा कीजिये और देश भर के इमामो, मुस्लिम वोटरों तक यह सन्देश पहुचायिये कि एक बार, सिर्फ एक बार पूर्ण रूप से सारे मुस्लिम वोटर, वोटिंग का वहिष्कार करे, और फिर देखिये ,आपको अपने वोट की कीमत मालुम पड़ जायेगी ! अगली बार जो भी नेता आपके हमारे पास वोट मांगने आएगा, विस्वास कीजिये, वह बड़े सलीखे से वोट मांगेगा !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-33622569537989811902009-03-18T23:21:00.000-07:002009-03-18T23:21:00.000-07:00मैं आप से सहमत हूँ. भाजपा का डर दिखाकर तथाकथित धर्...मैं आप से सहमत हूँ. भाजपा का डर दिखाकर तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल मुसलमानों को केवल एक वोटबैंक की तरह इस्तेमाल करते हैं. साथ ही वह यह भी चाहतें हैं कि मुस्लिम वर्ग पिछड़ा रहे और उनका पिछलग्गू बना रहे. वे उसे कभी भी समाज की मुख्यधारा में शामिल नहीं होने देना चाहते. गलत मुद्दों पर उनका समर्थन कर बहुसंख्यक वर्ग में मुसलिम तुष्टीकरण का असंतोष जागृत करते हैं. इस प्रकार दोनों वर्गों को एक दूसरे के खिलाफ भड़काकर अपना उल्लू सीधा करते रहते हैं. मुस्लमान स्वयं राष्ट्रवादी और प्रगतिशील नजरिया अपनाए तो इन दलों की मंशा कभी पूरी नहीं हो पायेगी.निशाचरhttps://www.blogger.com/profile/17104308070205816400noreply@blogger.com