tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post3241582694582955773..comments2023-10-28T06:00:21.405-07:00Comments on हक बात: ‘आयरन लेडी’ ब्लॉगर का बचकानापनसलीम अख्तर सिद्दीकीhttp://www.blogger.com/profile/16353232432428018949noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-90646955334083428162013-03-11T06:24:42.620-07:002013-03-11T06:24:42.620-07:00कमाल हो गया सलीम सर इस दफे हमारा कमेंट पिछले 24 ...कमाल हो गया सलीम सर इस दफे हमारा कमेंट पिछले 24 घाण्टे से आपके ब्लॉग पर जिन्दा हे नहीं तो पिछले दोनों कमेंट्स दिसम्बर और जनवरी के दोनों ही 1 घाण्टे के ही थे की शहीद हो गये में बड़ा हेरान था की सलीम सर जेसा लोकतान्त्रिक और उदारवादी लेखक भला ऐसा क्यों करेंगे ? हम तो यहाँ वहा आपका परचार भी करते हे फिर जब आपने पिछले दिनों आयरन लेडी का ----- लिखा तब मेरी फिर हिम्मत हुई डरते डरते फिर आये सर कही ऐसा तो नहीं हे की आपके ब्लॉग की '' चाबी '' किसी और के पास भी हो जिसने हमारे कमेंट की हत्या की हो ?सिकंदर हयातnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-50010777084747418952013-03-01T10:19:54.716-08:002013-03-01T10:19:54.716-08:00रचना का अर्थ सब जगह
सर्जना से नहीं होता
बुराईयों ...रचना का अर्थ सब जगह <br />सर्जना से नहीं होता<br />बुराईयों की रचना को भी<br />कहा रचना ही जाएगा।<br /><br />पर उससे रचा जाना ही<br />इंसान को बचाएगा। नुक्कड़https://www.blogger.com/profile/00641159955741972638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-11460151714944271512013-02-28T22:04:57.708-08:002013-02-28T22:04:57.708-08:00दूसरे को समझने की कोशिश जारी रहनी चाहिए-
अपने को स...दूसरे को समझने की कोशिश जारी रहनी चाहिए-<br />अपने को समझना आसान होगा -रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-83977814446550753092013-02-28T19:08:13.713-08:002013-02-28T19:08:13.713-08:00पर सलीम भाई आपको जरूरत क्या थी ब्लॉगजगत से बहिष्कृ...पर सलीम भाई आपको जरूरत क्या थी ब्लॉगजगत से बहिष्कृत एक विक्षिप्त के ठिकाने तक जाने की ?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-64075249393341929522013-02-28T17:56:25.751-08:002013-02-28T17:56:25.751-08:00This comment has been removed by the author.vishvnathhttps://www.blogger.com/profile/10418889801593485106noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-18200281759252736732013-02-28T17:51:02.831-08:002013-02-28T17:51:02.831-08:00हर इंसान एक दुसरे से अलहदा अपना एक किरदार रखता है ...हर इंसान एक दुसरे से अलहदा अपना एक किरदार रखता है . आकड़ो और तर्कों के साथ बहस करना और सिर्फ भावनात्मक रूप से पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर अपनी बात रखना दो अलग अलग बाते है .<br />आप और मोहतरमा ब्लॉग जगत के पुराने पुरोधा हो . आपसी सामंजस्य बना रहना शायद ज्यादा अच्छा रहेगा , ...कैसे होगा ये आप दोनों खुद समझदार है .<br /><br />Vishvnathvishvnathhttps://www.blogger.com/profile/10418889801593485106noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-19095935924673058372013-02-28T09:43:01.582-08:002013-02-28T09:43:01.582-08:00This comment has been removed by the author.jaadoohttps://www.blogger.com/profile/07774516574840316092noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-30852476064101067682013-02-28T07:21:27.055-08:002013-02-28T07:21:27.055-08:00असहिष्णु लोगों के चिट्ठों की ओर मुड कर भी देखने की...असहिष्णु लोगों के चिट्ठों की ओर मुड कर भी देखने की जरुरत नहीं है. सहिष्णु चिट्ठों की यहां कोई कमी नहीं है.<br /><br />सस्नेह -- शास्त्री <br /><br />हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है.<br />हर महीने कम से कम एक हिन्दी पुस्तक खरीदें !<br />मैं और आप नहीं तो क्या विदेशी लोग हिन्दी <br />लेखकों को प्रोत्साहन देंगे ??<br /><br />http://www.Sarathi.infoShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-78638712853939350832013-02-28T06:22:03.026-08:002013-02-28T06:22:03.026-08:00सलीम जी ,
आप ही नहीं वे किसी को भी जो कोई भी ...सलीम जी ,<br /> आप ही नहीं वे किसी को भी जो कोई भी उनकी विचारधारा को गलत ठहराता है बर्दाश्त नहीं कर पाती और यूँ ही हाथ पैर मारने लगती हैं .अच्छा तो यही है की उनसे हमारी तरह ही दूरी बनाकर रखी जाये .बाकि आप खुद भी समझदार हैं . <a href="http://shalinikaushik2.blogspot.com" rel="nofollow">क्या हैदराबाद आतंकी हमला भारत की पक्षपात भरी नीति का परिणाम है ?नहीं ये ईर्ष्या की कार्यवाही . </a> आप भी जानें हमारे संविधान के अनुसार <a href="http://shalinikaushikadvocate.blogspot.com" rel="nofollow">कैग [विनोद राय] मुख्य निर्वाचन आयुक्त [टी.एन.शेषन] नहीं हो सकते </a>Shalini kaushikhttps://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.com