tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post2169117573068117813..comments2023-10-28T06:00:21.405-07:00Comments on हक बात: झूठ बोलते हैं शाहिद सिद्दीकीसलीम अख्तर सिद्दीकीhttp://www.blogger.com/profile/16353232432428018949noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-65281521406785572862010-01-04T07:36:58.637-08:002010-01-04T07:36:58.637-08:00इस घर को आग लग गयी घर के चिराग से!
शाहिद सिदिकी क...इस घर को आग लग गयी घर के चिराग से!<br /><br />शाहिद सिदिकी को मैं भी जानता हूँ.नयी ज़मीन के लिए मैं ने भी खून-जिगर एक किया था कभी! दो चेहरे अज़ीज़ बर्नी के भी हैं जनाब!شہروزhttps://www.blogger.com/profile/02215125834694758270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-42660457190809120352009-12-30T13:47:23.872-08:002009-12-30T13:47:23.872-08:00सलीम भाई,शाहिद सिद्दीक़ी का हाल अब धोबी के कुत्ते ...सलीम भाई,शाहिद सिद्दीक़ी का हाल अब धोबी के कुत्ते जैसा हो गया है,जिससे फायेदा दिखा लगे उसके तलुवे चाटने. इन जैसे लोगो ने मुसलमानो का जितना नुक़सान किया है उतना तो शायद संघ ने भी नही किया ? बस अब रहने दें, ज़्यादा कुछ कहेंगे तो इनके भाइयो को बुरा लग जाएगा, हमारे मामू ने तो नई दुनिया अख़बार ही पढ़ना छोड़ दिया है बस लानत भेज रहे है शाहिद, मुख़्तार, शाहनवाज़ जैसो पर... और भी नाम हैं. लानत भेजो इन कम्बख़्तो परसहसपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/09067316996435869621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-69089566202410129532009-12-30T08:14:54.263-08:002009-12-30T08:14:54.263-08:00बहुत उम्दा और खरा लेख......
मुसलमानों को और लोगों...<b>बहुत उम्दा और खरा लेख......<br /><br />मुसलमानों को और लोगों ने कम खुद मुसलमानों ने नुकसान पहुचाया है....आगरा में पुरे एशिया का सबसे बडा कब्रिस्तान था....मुस्लमान उसे बेच-बेच कर खा गये....उस कब्रिस्तान की ज़मीन पर पुरी नार्थ ईदगाह कालोनी, पुलिस लाईन, फ़ायर बिग्रेड का आगरा हेडक्वाटर, शिक्षा विभाग का आफ़िस, एस.एन. मेडिकल कालेज़ का हास्टल, होलमेन पब्लिक स्कुल की तीन शाखाये और एक चर्च बना है.......<br /><br />अब आलम ये है कि दफ़नाने के लिये जगह कम पडने लगी है.......<br /><br /><br /><a href="http://hamarahindustaan.blogspot.com" rel="nofollow">"हमारा हिन्दुस्तान"</a><br /><br /><a href="http://qur-aninhindi.blogspot.com" rel="nofollow">"इस्लाम और कुरआन"</a><br /><br /><a href="http://theholyqur-an.blogspot.com" rel="nofollow">The Holy Qur-an</a><br /><br /><a href="http://uniquelikeme.blogspot.com" rel="nofollow">Unique Collection Of Technology</a></b>काशिफ़ आरिफ़/Kashif Arifhttps://www.blogger.com/profile/09323578684464948830noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-47084993327071723492009-12-30T01:09:38.416-08:002009-12-30T01:09:38.416-08:00दरअसल, शाहिद सिद्दीकी जैसे लोग मुसलमानों को इमोशनल...दरअसल, शाहिद सिद्दीकी जैसे लोग मुसलमानों को इमोशनल ब्लैकमेल करके अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं। मुसलमानों की भलाई के लिए न तो उनके पास समय है और हमदर्दी।<br />आप के लेख से सहमत हुं, लेकिन हिन्दू या मुसलमानो की भलाई के लिये किसी के पास समय नही सब को अपनी अपनी वोट की चिंता है,राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-44944134494173925142009-12-29T23:47:40.315-08:002009-12-29T23:47:40.315-08:00बेहद दुखद है. ऐसे रंगे सियार मानवता के प्रति हमारी...बेहद दुखद है. ऐसे रंगे सियार मानवता के प्रति हमारी सहज उदारता का बेजा इस्तेमाल अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए करते हैं. नाम कौम का और फायदा अपना. भरोसा शब्द तो जैसे बेमानी हो गया है.Pankaj Parasharhttps://www.blogger.com/profile/06831190515181164649noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3883942630420148325.post-24217403102905240572009-12-29T23:03:37.134-08:002009-12-29T23:03:37.134-08:00niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.com